Wednesday, 3 December 2014

True Lines......(प्रत्येक लाइन गहराई से पढ़े-)

प्रत्येक लाइन गहराई से पढ़े-

**  गरीब दूर तक चलता है..... खाना खाने के लिए......।
**  अमीर मीलों चलता है..... खाना पचाने के लिए......।
**  किसी के पास खाने के लिए..... एक वक्त की रोटी नहीं है.....
**  किसी के पास खाने के लिए..... वक्त नहीं है.....।
**  कोई लाचार है.... इसलिए बीमार है....।
**  कोई बीमार है.... इसलिए लाचार है....।
**  कोई अपनों के लिए.... रोटी छोड़ देता है...।
**  कोई रोटी के लिए..... अपनों को छोड़ देते है....।
**  ये दुनिया भी कितनी निराळी है। कभी वक्त मिले तो सोचना....
**  कभी छोटी सी चोट लगने पर रोते थे.... आज दिल टूट जाने पर भी संभल जाते है।
**  पहले हम दोस्तों के साथ रहते थे... आज दोस्तों की यादों में रहते है...।
**  पहले लड़ना मनाना रोज का काम था.... आज एक बार लड़ते है, तो रिश्ते खो जाते है।

**  सच में जिन्दगी ने बहुत कुछ सीखा दिया, जाने कब हमकों इतना बड़ा बना दिया।
जिंदगी बहुत कम है, प्यार से जियो

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